No products in the cart.
नवग्रह विधान
नवग्रहों को ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण ग्रह माना जाता है और इनका प्रभाव हमारे जीवन पर सीधा असर डालता है। ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रह शामिल होते हैं: सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु (बृहस्पति), शुक्र, शनि, राहू और केतु। इन नवग्रहों के संपर्क में आने वाले दुष्प्रभाव को कम करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं। ये नीचे दिए गए हैं:
सूर्य (Sun):
- रविवार को सूर्य मंदिर जाएं और उसके आगे चावल के दान करें।
- खाली एक तांबे के पात्र में जल भरकर उसके नीचे एक चांदी का सिक्का रखें और उसे अपने घर के मंदिर में रखें।
चंद्रमा (Moon):
- सोमवार को चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- चांदी के एक कटोरे में दूध रखकर उसे रात्रि में खुली आकाश के नीचे रखें।
मंगल (Mars):
- मंगलवार को हनुमानजी के मंदिर जाएं और लाल रंग के फूल चढ़ाएं।
- अपने घर के पूर्व दिशा में एक लाल कंबल रखें।
बुध (Mercury):
- बुधवार को गणेशजी के मंदिर जाएं और मूंगफली चढ़ाएं।
- घर के उत्तर दिशा में एक पानी का प्याला रखें।
गुरु (Jupiter):
- गुरुवार को बृहस्पति के मंदिर जाएं और छाछ (बटरमिल्क) चढ़ाएं।
- पीले रंग के फूलों का बूटा अपने घर में लगाएं।
शुक्र (Venus):
- शुक्रवार को शुक्र मंदिर जाएं और सफेद चावल चढ़ाएं।
- अपने घर के दक्षिण दिशा में एक सोने का बर्तन रखें।
शनि (Saturn):
- शनिवार को शनि मंदिर जाएं और तेल चढ़ाएं।
- नीले रंग के फूल अपने घर में रखें और शनिवार को उन्हें बदलें।
राहू (Rahu):
- राहु के मंदिर जाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- घर के पश्चिम दिशा में एक नारियल रखें।
केतु (Ketu):
- केतु के मंदिर जाएं और लहसुन चढ़ाएं।
- घर के उत्तर दिशा में एक लहसुन का प्याला रखें।