मंगल दोष विधान

मंगल दोष (Mangal Dosha) एक ज्योतिषीय दोष है जिसे विवाह कुंडली मिलान करते समय ध्यान में रखना जरूरी माना जाता है। इस दोष को मंगल ग्रह (आरिस्ट्रीज और मॅर्स के रूप में भी जाना जाता है) के दशम भाव (कर्म भाव) में स्थित होने पर प्राप्त होता है। इस दोष को मंगली दोष या चेवई दोष के रूप में भी जाना जाता है।

मंगल दोष के लक्षण:

मंगल दोष के उपाय:

कृपया ध्यान दें कि ज्योतिष एक विज्ञान नहीं है और इसमें दिए गए उपायों का असर व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न हो सकता है। आपको इन उपायों को अपने वैदिक ज्योतिष विशेषज्ञ से संपर्क करके करना चाहिए जो आपके व्यक्तिगत स्थिति के अनुसार उपायों का सुझाव दे सकते हैं।
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