श्रापित दोष विधान


श्रापित दोष विधान (Shrapit Dosha) हिंदू ज्योतिष शास्त्र में एक प्रकार का दोष है जो किसी व्यक्ति के जन्मकुंडली में उत्पन्न होता है। इसे श्रापित दोष के कारण श्रापित नक्षत्र दोष भी कहा जाता है। यह दोष विशेषतः गुरु ग्रह (बृहस्पति) और राहू ग्रह के संयोग से उत्पन्न होता है। इसे मुख्य रूप से पितृदोष के साथ जोड़कर देखा जाता है।

श्रापित दोष का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में विभिन्न समस्याओं को उत्पन्न कर सकता है, जैसे कि संबंधों में विघ्न, विवाह में देरी, विवाद, स्वास्थ्य समस्याएं, आर्थिक कठिनाइयां, अधिक स्ट्रेस आदि।

श्रापित दोष का उपाय:

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