अंगारक दोष विधान
अंगारक दोष, ज्योतिष शास्त्र में एक मांगलिक दोष (Mangal Dosha) के रूप में जाना जाता है, जो कुंडली मिलान के दौरान प्रमुखता से देखा जाता है। यह दोष कुंडली में ग्रह मंगल (Mars) के विशेष स्थान और संयोजन के आधार पर बनता है। अंगारक दोष की स्थिति कुंडली में उपस्थित संबंधित भावों और ग्रहों की स्थिति पर भी निर्भर करती है।
अंगारक दोष के मुख्य प्रभाव:
- विवाह में देरी: अंगारक दोष वाले व्यक्ति की कुंडली के अनुसार उनके विवाह में देरी हो सकती है या विवाह का योग बनता ही नहीं है।
- पारिवारिक समस्याएं: इस दोष के कारण कई बार पारिवारिक मामलों में तनाव या समस्याएं हो सकती हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएं: अंगारक दोष के कारण व्यक्ति को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं भी हो सकती हैं।
अंगारक दोष के उपाय:
कुंडली में अंगारक दोष होने पर व्यक्ति निम्नलिखित उपायों का अनुसरण कर सकते हैं, जो दोष को शांत करने में मदद कर सकते हैं:
- मंगल देव की पूजा: रोजाना शाम को सूर्यास्त के बाद अंगारक देव की पूजा करें। इससे आपके मार्जन का दोष कम हो सकता है।
- मंगल को दान करें: धार्मिक और सामाजिक नैतिक दृष्टिकोण से, अगर आपका मंगल समृद्धि के लिए शुभ है और किसी और व्यक्ति को इसे चाहिए तो आप मंगल ग्रह को दान कर सकते हैं।
- कुंडली मिलान: जब भी आप विवाह के लिए किसी साथी की खोज कर रहे हों, तो उनकी कुंडली का मिलान करवाएं और यदि उसमें अंगारक दोष हो तो आवश्यक उपाय करें।
- विवाह रखें विलम्ब न करें: अगर आपके विवाह के लिए एक अच्छे योगी व्यक्ति मिल जाते हैं और आपसी समझदारी होती है, तो उसे विलम्ब न करके शीघ्र ही विवाह कर लें।
कृपया ध्यान दें कि ज्योतिष एक विज्ञान नहीं है और दोषों के लिए उपाय करने के बाद भी नतीजे व्यक्ति के भाग्य और कर्मों पर निर्भर करते हैं। इसलिए, संबंधित विशेषज्ञ से परामर्श करना सबसे अच्छा होगा।